OpenAI की मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) मीरा मुराटी ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे कंपनी में एक और हाई-प्रोफाइल नेतृत्व में बदलाव देखने को मिला है। मुराटी ने अपने इस्तीफे का कारण व्यक्तिगत उद्देश्यों को बताया और कहा कि वह अपने जीवन में नए रास्तों की तलाश करना चाहती हैं। उनके इस कदम से OpenAI में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है, जो अब एक फॉर-प्रॉफिट मॉडल में तब्दील हो रहा है।
मीरा मुराटी: OpenAI की एक प्रमुख शख्सियत
मीरा मुराटी ने OpenAI में छह से अधिक वर्षों तक काम किया और कंपनी की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का नेतृत्व किया। उन्होंने ChatGPT और DALL-E जैसी महत्वपूर्ण AI तकनीकों के विकास में बड़ी भूमिका निभाई। मुराटी ने 2023 में सह-संस्थापक सैम ऑल्टमैन की बर्खास्तगी के बाद थोड़े समय के लिए अंतरिम CEO का पदभार भी संभाला था, जिससे उन्हें AI उद्योग में और भी पहचान मिली।
इस्तीफे के पीछे का कारण
मुराटी ने अपने इस्तीफे के बारे में एक कंपनी मेमो में बताया, जिसे बाद में X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया गया। उन्होंने कहा, “काफी सोच-विचार के बाद, मैंने OpenAI से इस्तीफा देने का कठिन निर्णय लिया है… मैं इस समय का उपयोग अपनी व्यक्तिगत खोज और विकास के लिए करना चाहती हूं।” उन्होंने OpenAI में अपने कार्यकाल को “एक अद्वितीय अनुभव” के रूप में वर्णित किया और कहा कि यह उनके लिए सही समय था।
सैम ऑल्टमैन की प्रतिक्रिया
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने मुराटी के इस्तीफे पर X पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मुराटी के काम की सराहना की और कहा, “मैंने उनके साथ काम करके बहुत कुछ सीखा है। OpenAI में उनके योगदान के लिए हम आभारी हैं, और मैं उनकी नई यात्रा के लिए उत्साहित हूं।”
OpenAI में संरचनात्मक बदलाव
OpenAI में मुराटी के इस्तीफे के साथ-साथ कंपनी के कई अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी जा रहे हैं। अनुसंधान प्रमुख बॉब मैकग्रेव और वाइस प्रेसिडेंट बारेट जोफ ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा की है। यह बदलाव ऐसे समय में हो रहा है जब OpenAI एक नए फॉर-प्रॉफिट मॉडल की ओर बढ़ रहा है।
OpenAI का फॉर-प्रॉफिट मॉडल
OpenAI की स्थापना एक नॉन-प्रॉफिट रिसर्च कंपनी के रूप में हुई थी, जिसका उद्देश्य सुरक्षित और नैतिक AI तकनीकों का विकास करना था। हालांकि, हाल ही में आई खबरों के मुताबिक, कंपनी अब एक फॉर-प्रॉफिट मॉडल में शिफ्ट हो रही है। इससे कंपनी को निवेशकों से अधिक रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
पद | व्यक्ति | इस्तीफा का समय |
---|---|---|
CTO | मीरा मुराटी | 2024 |
रिसर्च प्रमुख | बॉब मैकग्रेव | 2024 |
वाइस प्रेसिडेंट | बारेट जोफ | 2024 |
को-फाउंडर | इल्या सुत्सकेवर | 2023 |
सेफ्टी एक्सपर्ट | जान लीके | 2023 |
फाउंडिंग सदस्य | जॉन शुलमैन | 2023 |
AI इंडस्ट्री में मुराटी का योगदान
मीरा मुराटी ने AI के विकास और उसकी दिशा को लेकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। OpenAI में उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने AI की कई प्रमुख चुनौतियों का सामना किया और कई विवादास्पद बयानों के कारण भी सुर्खियों में रहीं। उदाहरण के तौर पर, WSJ के टेक लाइव कॉन्फ्रेंस में उनके एक बयान ने काफी विवाद खड़ा किया, जब उन्होंने कहा, “कुछ क्रिएटिव नौकरियां शायद खत्म हो जाएंगी, लेकिन हो सकता है कि अगर उन नौकरियों से उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री नहीं आ रही है, तो वे नौकरियां वहां होनी भी नहीं चाहिए।”
मुराटी का नया सफर
मीरा मुराटी ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह आगे क्या करेंगी, लेकिन उन्होंने संकेत दिया है कि वह नए क्षेत्रों में काम करना चाहती हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने करियर के अगले चरण में क्या चुनती हैं।
OpenAI के भविष्य पर प्रभाव
मीरा मुराटी का इस्तीफा OpenAI के भविष्य पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। कंपनी में नेतृत्व के इतने बदलाव के बाद, अब नए नेतृत्व को कंपनी को नई दिशा में ले जाने की चुनौती होगी। फॉर-प्रॉफिट मॉडल में शिफ्ट होने से कंपनी के निर्णयों में निवेशकों का अधिक प्रभाव हो सकता है, जो उसकी रिसर्च और डेवलपमेंट की दिशा को प्रभावित करेगा।
निष्कर्ष
मीरा मुराटी का इस्तीफा OpenAI के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनके इस्तीफे के साथ-साथ अन्य उच्च-प्रोफाइल इस्तीफों ने कंपनी में एक नई नेतृत्व संरचना को जन्म दिया है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि OpenAI किस दिशा में बढ़ता है और कैसे AI उद्योग में अपने प्रभाव को बरकरार रखता है। मुराटी की नई यात्रा के बारे में जानने के लिए भी AI समुदाय उत्सुक है, क्योंकि उन्होंने AI के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं।
आखिरी सवाल: क्या OpenAI का फॉर-प्रॉफिट मॉडल AI रिसर्च को प्रभावित करेगा?
OpenAI का फॉर-प्रॉफिट मॉडल रिसर्च और इनोवेशन पर कैसे असर डालेगा, यह अभी एक बड़ा सवाल है। जैसे-जैसे कंपनी निवेशकों से अधिक रिटर्न प्राप्त करने की कोशिश करेगी, यह देखना होगा कि उसकी रिसर्च प्राथमिकताओं में क्या बदलाव होते हैं।